उत्क्रमित मध्य विद्यालय दौलतपुर शिक्षा व्यवस्था की बदहाल स्थिति में छात्र-छात्रा पढ़ने को मजबूर
नालंदा जिला अंतर्गत रहुई प्रखंड स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय दौलतपुर शिक्षा व्यवस्था की बदहाल स्थिति का स्पष्ट उदाहरण है। यहां एक ही इमारत में दो अलग-अलग स्कूल संचालित हो रहे हैं, जिससे छात्रों और शिक्षकों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
वर्ष 2013 से चली आ रही इस समस्या का समाधान अब तक नहीं हो सका है। दो छोटे-छोटे कमरों में एक ओर उत्क्रमित मध्य विद्यालय दौलतपुर के छात्र पढ़ते हैं, तो दूसरी ओर प्राथमिक विद्यालय रघुनाथपुर के बच्चे। कुल 90 बच्चों के नामांकन के बावजूद, इस तरह की सीमित व्यवस्था से न केवल शिक्षा की गुणवत्ता पर असर पड़ रहा है, बल्कि बच्चों के विकास पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
स्कूल की छात्रा सिपरामणि ने बताया कि बैठने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है, और कई कक्षाओं के छात्र एक ही कक्षा में बैठने को मजबूर हैं। जब आठवीं कक्षा का पाठ चलता है, तो छठी और सातवीं कक्षा के बच्चे खाली बैठे रहते हैं। बारिश के मौसम में स्थिति और भी बदतर हो जाती है, जब बच्चों को बरामदे से कमरों में शिफ्ट किया जाता है, जिससे पढ़ाई बाधित होती है।
स्कूल के प्रिंसिपल सुधीर प्रसाद ने स्थिति की गंभीरता को बताते हुए कहा कि स्कूल में न तो पर्याप्त कक्षाएं हैं, न बैठने की व्यवस्था, और मिड-डे मील की सामग्री को भी इन्हीं कमरों में रखना पड़ता है। कई बार अधिकारियों को इस बारे में सूचित किया गया है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है।
वहीं, जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार ने कहा कि दो स्कूलों के एक साथ संचालन की जानकारी उन्हें नहीं थी और मामले की जांच की जाएगी।