कार्यक्रम का उदघाटन गन्ना उधोग विभाग के मंत्री कृष्ण नंदन पासवान के द्वारा किया गया

पूर्वी चंपारण–हरसिद्धि के चम्पारण बैंक्वेट रिसोर्ट में बिहार में गन्ना के उत्पादकता में वृद्धि विषय पर राज्य स्तरीय गन्ना किसान संगोष्ठी का सोमवार को आयोजन किया।
गया।कार्यक्रम का उदघाटन गन्ना उधोग विभाग के मंत्री कृष्ण नंदन पासवान के द्वारा किया गया।जहां कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गन्ना उधोग विभाग के प्रधान सचिव नर्मदेश्वर लाल उपस्थित थे। इस अवसर पर ईखायुक्त बिहार एवं गन्ना उद्योग विभाग के कई पदाधिकारी उपस्थित थे।आयोजित संगोष्ठी में राज्य के चालू चार चीनी मिल सुगौली,बगहा,हरिनगर एवं नरकटियागंज के 420 गन्ना किसानों ने भाग लिया गया। मंत्री श्री पासवान ने विभाग के द्वारा कृषि रोड मैप के अधीन चलाये जा रहे किसान संबंधी योजनाओं की चर्चा की और बताया कि किसानों की आर्थिक उन्नति केन्द्र एवं राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।उन्होने कहा कि देश के प्रधान मंत्री नरेन्द्र भाई भोदी एवं बिहार के विकाश पुरुष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कृषि एवं किसानों को सर्वोच्य प्राथमिकता दिया है। इसके लिए वे धन्यवाद के पात्र है। माननीय मंत्री द्वारा गन्ना किसानों के प्रयासों की सराहना की गयी। चीनी मिलों में पेराई का दिन बढ़ाने के लिए चीनी मिलों को अतिरिक्त गन्ना की आवश्यकता है। इसके लिए उन्होनें चीनी मिलों से कहा कि के किसानों के गन्ना मूल्य का भुगतान समय से कर दें।ईखायुक्त अनिल कुमार झा के द्वारा बताया गया कि गन्ना राज्य का प्रमुख नगदी फसल है। प्रतिवर्ष चीनी मिली के द्वारा लगभग 2400 करोड़ रू० किसानों को भुगतान किया जाता है। इस प्रकार से गन्ना किसानों के आमदनी को बढ़ाने में प्रभावकारी भूमिका कर सकता है।चीनी मिल के विषेषज्ञ शैलेन्द्र कुमार मिश्रा, उप महाप्रबंधक ईख सुगौली चीनी के संजीव कुमार चौहान,उप गन्ना प्रबंधक संजीव कुमार शर्मा,कार्यपालक उपाध्यक्ष सिधवलिया चीनी मील के द्वारा भी स्वस्थ गन्ना बीज उत्पादन,गन्ना पैदावार बढ़ाने के उपाय के बारे में किसानी को जानकारी दी गयी।ईख अनुसंधान संस्थान पूसा (समस्तीपुर) के वैज्ञानिकों में डा०डीएन कामत,डा० सीके झा एवं डा० शिव प्रसाद सिन्हा,वैज्ञानिक,आरआई मीठापुर,डा० शिवनायक सिंह,पूर्व वरीय वैज्ञानिक, भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान लखनऊ के द्वारा गन्ने के अधिकतम उत्पादन एवं चीनी परता बढ़ाने हेतु उत्तम प्रभेव एवं नवीनतम तकनीक,गन्ने के टिकाउ खेती हेतु समेकित पोषक तत्व एवं मृदा स्वास्थ प्रबंधन, गन्ने की खेती का शष्य प्रबंधन,गन्ने के उत्पादन में बीमारी एवं कीट प्रबंधन, शरदकालीन गन्ना की खेती संबंधी तकनीक को अपनाने के लिए किसानों को प्रशिक्षित किया गया।

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