मधुबनी में विश्व साक्षरता दिवस के अवसर पर डीआरडीए सभागार में जिला पदाधिकारी के अध्यक्षता में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें और अशिक्षित बच्चों को साक्षर बनाने के लिए सरकार के द्वारा सार्थक प्रयासों के बारे में विस्तार से कार्यशाला में जिला पदाधिकारी एवं आईसीडीएस के डीपीओ डा ललिता कुमारी के द्वारा जानकारी दी गई
सरकार के द्वारा सभी व्यक्ति की साक्षर बनाने के लिए एक मुहीम चलाया गया है दुनिया में हर व्यक्ति साक्षर बने, क्योंकि ये उसका मौलिक अधिकार है. आधिकारिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाने की शुरुआत साल 1966 में हुई थी. इंसान का शिक्षित होना बहुत जरूरी होता है