नायरा कुमारी हत्याकांड के निष्पक्ष जांच हेतु नालंदा जिलाधिकारी के समक्ष धरना प्रदर्शन

नालंदा जिलाधिकारी के समक्ष नायरा कुमारी हत्याकांड की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन की अध्यक्षता अखिल भारतीय रविदास धर्म संगठन के जिला अध्यक्ष बलराम साहब ने की। प्रदर्शनकारियों ने समाहरणालय के सामने पहुंचकर सभा आयोजित की।

सभा में बहुजन समाज पार्टी के उत्तर प्रदेश राज्यसभा सांसद रामजी गौतम और रविदास एकता संगठन के संस्थापक शंकर दास उर्फ सुरेन दास ने कहा कि सुशासन बाबू के राज्य में दलित, अति पिछड़े, अल्पसंख्यक और महिलाओं की सुरक्षा खतरे में है। इसका ताजा उदाहरण नायरा कुमारी हैं, जो गुरुदेव पारा मेडिकल कॉलेज, पटना में बैचलर ऑफ फिजियोथिरेपी की छात्रा थीं। 8 सितंबर 2024 को कॉलेज के प्रिंसिपल और उनके सहयोगियों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म और हत्या का आरोप लगाया गया है। साक्ष्य मिटाने की कोशिश में नायरा को पीएमसीएच में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

मृतक के परिजनों को देरी से सूचना दी गई और पोस्टमार्टम बिना वीडियोग्राफी के परिवार की अनुपस्थिति में किया गया। इस मामले में काफी संघर्ष के बाद एफआईआर दर्ज की गई, लेकिन आरोप है कि SC/ST एक्ट लागू नहीं किया गया। धरना स्थल पर 9 सूत्री मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी के अनुपस्थिति में प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपा गया।

मांगे

  1. दोषियों की गिरफ्तारी और स्पीड ट्रायल के तहत फांसी।
  2. एसी/एससी एक्ट की धाराओं को तत्काल लागू करना।
  3. गुरुदेव पारा मेडिकल कॉलेज को बंद करना।
  4. सभी छात्रों को अन्य कॉलेज में स्थानांतरित कर शिक्षण सत्र पूरा करना।
  5. पीड़ित परिवार को 1 करोड़ मुआवजा और एक सरकारी नौकरी।
  6. लापरवाह पुलिस अधिकारियों पर SC/ST एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हो।
  7. घटना की सीबीआई जांच और दोषियों का नार्को टेस्ट कराया जाए।
  8. पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए।
  9. छात्रों के स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड लोन माफ कर नि:शुल्क शिक्षा की व्यवस्था हो।

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