प्रमंडलीय आयुक्त, तिरहुत श्री सरवणन एम की अध्यक्षता में समीक्षात्मक बैठक मुजफ्फरपुर समाहरणालय सभागार में की गई जिसमें पुलिस प्रशासन द्वारा संचालित कार्यों यथा ट्रैफिक व्यवस्था, साइबर अपराध,भूमि विवाद के मामले, शराबबंदी, आपातकालीन त्वरित सिस्टम के तहत डायल 112, महिला हेल्प डेस्क, एससी-एसटी मामले,सुरक्षित सफर, पुलिस गश्ती,पुलिस प्रशासन में अधिकारियों/कर्मियों की आवश्यकता एवं उपलब्धता आदि बिंदुओं की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिया गया। बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा पीपीटी के माध्यम से पुलिस प्रशासन द्वारा जिले में संचालित कार्य का चरणबद्ध एवं व्यवस्थित तरीके से प्रस्तुतीकरण किया गया।
हर थाने पर महिला हेल्प डेस्क स्थापित
महिला पुलिसकर्मी द्वारा ही सक्रिय एवं तत्पर होकर त्वरित रूप में की जाती है महिलाओं की सहायता एवं शिकायतों का समाधान
मुजफ्फरपुर जिले में महिलाओं की सुरक्षा एवं सहायता करने हेतु हर थानों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की गई है जहां महिला पुलिसकर्मी द्वारा ही उनकी शिकायतें सुनी जाती है तथा त्वरित कार्रवाई करते हुए आवश्यक सहायता एवं शिकायतों का समाधान नियमित रूप से किया जांता है। आयुक्त ने हेल्प डेस्क द्वारा किये जा रहे कार्यों की सतत एवं प्रभावी मॉनिटरिंग का निर्देश दिया।
डायल 112 पर करें कॉल, मिलेगी सहायता
आम नागरिक की सुविधा हेतु डायल 112 की व्यवस्था है जिसका उपयोग कर आम व्यक्ति सुगम एवं त्वरित रूप में पुलिस का सहयोग ले सकते हैं।
सुरक्षित सफर द्वारा रात में यात्रियों को सुरक्षित एवं सम्मानजनक सफर की व्यवस्था
पायलट प्रोजेक्ट के रूप में मुजफ्फरपुर में संचालित
रात में यात्रा करने वाले लोगों को सुरक्षित एवं सम्मानजनक सुरक्षा प्रदान करने हेतु मुजफ्फरपुर जिला में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में सुरक्षित सफर नाम से विशेष अभियान जारी है।
बैठक में अवगत कराया गया कि मुजफ्फरपुर जिला अंतर्गत 43 थाने तथा चार आउटपोस्ट अर्थात कुल 47 यूनिट कार्यरत है जिसमें यातायात एवं साइबर थाने भी शामिल हैं। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में 50 इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम कार्यरत है। पुलिस की मोबाइल पेट्रोलिंग तथा पैदल पेट्रालिंग की कार्रवाई लगातार जारी है। जिले में पुलिस प्रशासन के कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मियों की वर्तमान संख्या तथा जरूरत के अनुसार बांछित बल की भी जानकारी दी गई।
आयुक्त ने उत्पाद अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु शराब के अवैध उत्पादन / बिक्री पर रोक लगाने हेतु छापेमारी अभियान तेज करने तथा कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
साइबर अपराध की रोकथाम एवं पता लगाने हेतु साइबर सेल कार्यरत।
सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट/अफवाहों पर होती है त्वरित कार्रवाई
राज्य स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त
साइबर अपराध के बारे में आम लोगों को जागरूक तथा सजग रहने हेतु नियमित रूप से जागरूकता अभियान चलाने तथा साइबर अपराध की रोकथाम एवं पता लगाने की कार्रवाई जिला में प्रभावी रूप से की जाती है। इस मामले में मुजफ्फरपुर जिला को राज्य स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है तथा सराहनीय कार्य के आधार पर जिला को हमेशा सम्मानजनक स्थान प्राप्त होता है।
साइबर थाना में अब तक 108 प्राथमिकी दर्ज किया गया है एवं लगभग 120412 रू आमजनों का बचाया गया है। मुजफ्फरपुर पुलिस के सोशल मीडिया के अकाउंट से साइबर क्राइम से बचाव हेतु नियमित रूप से पोस्ट किया जाता है। जिला में सोशल मीडिया कोषांग कार्यरत है। इसके द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से जिले पर सतत निगरानी रखी जाती है। किसी भी व्यक्ति द्वारा विवादित पोस्ट किए जाने पर तत्क्षण जांच करते हुए विधिसम्मत कार्रवाई की जाती है एवं किसी भी अफवाहों का त्वरित रूप से खंडन किया जाता है।
बैठक में एसकेएमसीएच की प्राचार्य डॉ आभा रानी सिन्हा ने अवगत कराया कि अस्पताल में नशा विमुक्ति केंद्र कार्यरत है। साथ ही उन्होंने कहा कि 24 सितंबर को अस्पताल में तंबाकू कंट्रोल सेंटर का माननीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, भारत सरकार द्वारा ऑनलाइन उद्घाटन किया जाएगा।
आयुक्त ने इंज्यूरी रिपोर्ट के लंबित मामलों का थानावार रिपोर्ट तैयार कर मानिटर करने एवं समीक्षा कर निष्पादित करने का निर्देश दिया।
अपने संबोधन में आयुक्त ने सरकारी कार्यों की नियमित समीक्षा करने तथा लक्ष्य के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण कार्य आपसी समन्वय से ससमय पूरा करने की आवश्यकता पर बल दिया। अगली बैठक में वर्तमान स्थिति तथा कार्य में लाई गई प्रगति के साथ रिपोर्ट की समीक्षा की जाएगी।
बैठक में पुलिस उपमहानिरीक्षक तिरहुत प्रमंडल श्री बाबूराम, जिलाधिकारी श्री सुब्रत कुमार सेन, वरीय पुलिस अधीक्षक श्री राकेश कुमार, सहायक पुलिस अधीक्षक श्री भानु प्रताप सिंह, उप विकास आयुक्त श्री श्रेष्ठ अनुपम, अपर समाहर्ता राजस्व श्री संजीव कुमार, अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था श्री सुधीर कुमार सिन्हा सहित कई अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे।