कांड्रा: बुधवार देर शाम एक बड़ा हादसा टल गया. जहां जिला स्तरीय खेलो झारखण्ड प्रतियोगिता से लौट रहे स्कूली बस के टायर से अचानक धुंआ उठने लगा. जिसके बाद सड़क पर भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई. बस में 60- 70 बच्चे सवार थे. गनीमत रही कि बस के पीछे चल रहे राहगीरों की नजर बस के टायर से उठते धुएं पर पड़ी और राहगीरों ने बस को रुकवाया. जैसे ही बस रुकी बस में सवार बच्चे इमरजेंसी गेट, खिड़की और दरवाजे के रास्ते कूद कर किसी तरह अपनी जान बचाई. घटना सरायकेला- चांडिल मार्ग की है. उधर बस के चालक और खलासी ने राहगीरों के सहयोग से टायर से निकलते धुंए पर पानी का छिड़काव कर एक बड़ा हादसा होने से टाल दिया. बस में अभिभावक के रूप में केवल एक सरकारी कर्मचारी थे. इस संबंध में पूछे जाने पर जिला शिक्षा अधीक्षक ने अभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि पूरे मामले की जांच कराएंगे. अहम सवाल यह उठता है कि आखिर इन बच्चों के सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कैसे हुआ ? जिस बस से बच्चों को भेजा जा रहा था उसके फिटनेस प्रमाण पत्र की जांच की गई थी या नहीं.
बुधवार देर शाम एक बड़ा हादसा टल गया
