विश्व फिजियोथैरेपी दिवस समापन समारोह में ज़िले के डॉ. राजेश कुमार सुमन को पटना में किया गया सम्मानित
सीतामढ़ी: जिले के प्रतिष्ठित फिजियो चिकित्सक डॉ. राजेश कुमार सुमन को इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथैरेपिस्ट, बिहार राज्य शाखा द्वारा आयोजित विश्व फिजियोथैरेपी समापन समारोह में उनके उत्कृष्ट कार्यों को देखते हुए एक ही मंच पर दो बार सम्मानित किया गया। ए.एन. सिन्हा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस के सभागार में आयोजित इस समारोह में राज्यभर से करीब 400 फिजियो चिकित्सक शामिल हुए थे।
डॉ. सुमन को यह सम्मान कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिहार सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सह कृषि मंत्री मंगल पांडे, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी और बिहार विधान सभा अध्यक्ष, नंद किशोर यादव के हाथों प्रदान किया गया। इस दौरान सैकड़ों चिकित्सकों की उपस्थिति ने इस सम्मान को और भी महत्वपूर्ण बना दिया।
डॉ. राजेश पिछले 20 वर्षों से जिले में आधुनिक फिजियोथैरेपी चिकित्सा के माध्यम से हजारों मरीजों को लाभान्वित कर चुके हैं। उन्होंने दिव्यांगता से पीड़ित सेरेब्रल पाल्सी, डाउन सिंड्रोम और ऑटिज्म से प्रभावित हजारों बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही समय-समय पर चिकित्सा शिविरों के माध्यम से समाज को सेवा प्रदान की है।
सिर्फ चिकित्सा के क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि सामाजिक, खेल-कूद, काव्य, साहित्यिक और धार्मिक आयोजनों में भी डॉ. राजेश की सक्रियता ने उन्हें एक अलग पहचान दी है। अब तक 71 बार रक्तदान कर, उन्होंने सैकड़ों मरीजों की जान बचाई है और हर वर्ष 4 बार खुद रक्तदान करते हैं, साथ ही दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करते हैं।
हाल ही में उन्होंने ऑटिज्म प्रभावित बच्चों के संपूर्ण पुनर्वास के लिए ‘द लर्निंग लेन’ संस्था की शुरुआत की है, जिसमें स्पीच थेरेपी, ऑक्युपेशनल थेरेपी, क्लिनिकल साइकोलॉजी और स्पेशल एजुकेशन की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
डॉ. राजेश को मिले इस सम्मान पर आईएपी के अध्यक्ष डॉ. नरेंद्र कुमार सिंह, सचिव डॉ. उमाशंकर सिन्हा, आईजीआईएमएस के डॉ. विनय पांडे, डॉ. अविनाश भारती, डॉ. निरंजन कुमार, डॉ. प्रणव कुमार, डॉ. स्मिता सिंह समेत जिले के सामाजिक, राजनीतिक, व्यवसायी और प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।
डॉ. राजेश की सेवा भावना और उनके सामाजिक कार्यों ने उन्हें आम से खास लोगों में बेहद लोकप्रिय बना दिया है। उनके प्रयास समाज के लिए प्रेरणा स्रोत हैं, और वे भविष्य में भी अपने कार्यों से समाज को नई दिशा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।