नालंदा में 6 साल के बच्चे की अपहरण कर हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। घटना बिहार थाना क्षेत्र के पतुआना रेलवे क्रॉसिंग के पास की है। मृतक की पहचान पतुआना गांव निवासी धर्मेंद्र यादव के पुत्र आयुष कुमार उर्फ मुन्ना के रूप में की गई है। उसका शव घर से करीब 300 मीटर दूर बरामद किया गया है।
मृतक के चाचा ने बताया कि विश्वकर्मा पूजा के दौरान बच्चा ट्रैक्टर के पास हो रहे पूजा को देखने के लिए निकला था। इस बीच उसे बीच रास्ते से ही गायब कर दिया गया। जब बच्चा घर और आसपास नहीं मिला, तो उसकी खोजबीन शुरू की गई और तत्काल स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी गई। परिवार ने सुनील यादव पर संदेह जताया, जिसके बाद पुलिस ने सुनील यादव के घर छापेमारी की। वहां से एक देसी कट्टा और 14 जिंदा कारतूस बरामद किया गया और सुनील यादव को गिरफ्तार कर लिया गया।
हालांकि, बच्चा तब भी नहीं मिला था। बुधवार की शाम, पुलिस पतुआना रेलवे क्रॉसिंग के पास पहुंची और बच्चे का शव बोरे में बंद कर फेंका हुआ बरामद किया। आयुष कुमार के शरीर पर नुकीले हथियार के जख्म के निशान थे और उसका गला रस्सी से दबाया गया था।
इस घटना के पीछे 6 महीने पूर्व का एक विवाद बताया जा रहा है। गांव में भोज के दौरान धर्मेंद्र यादव के पुत्र और सुनील यादव के पुत्र में मामूली बात को लेकर झगड़ा हुआ था। इस झगड़े में बड़े भी शामिल हो गए, और मारपीट के दौरान सुनील और उसके भाइयों ने धर्मेंद्र यादव का पैर तोड़ दिया था। इसके बाद गांव में पंचायत बुलाई गई और इलाज के लिए डेढ़ लाख रुपये देने का सुनील यादव पर दबाव बनाया गया। लेकिन जब सुनील ने पैसे नहीं दिए, तब मामला थाने में पहुंचा और सुनील जेल चला गया। दो महीने पूर्व ही वह जमानत पर रिहा हुआ था।
आयुष कुमार अपने तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर था। उसके शव के मिलने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया और गांव का माहौल गमगीन हो गया।
नालंदा एसपी भारत सोनी ने बताया कि 17-18 सितंबर की रात 1:00 बजे बिहार थाना अंतर्गत पतुआना गांव में मारपीट की सूचना प्राप्त हुई। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सुनील यादव के घर से एक देसी कट्टा, 14 जिंदा कारतूस, और एक खोखा बरामद किया और सुनील यादव को गिरफ्तार कर लिया। जब अभियुक्त से कड़ाई से पूछताछ की गई, तो रोड के किनारे जलकुंभी से बच्चे के शव को बरामद कर लिया गया।
पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है और पांच लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।