कैमूर जिला के आसपास के क्षेत्रो में धूमधाम से सुहागिन महिलाओं ने हरतालिका तीज व्रत की विधि विधान से पूजा अर्चना किया।
इस बारे में पुजारी ने बताया कि हरतालिका तीज व्रत हिंदू धर्म में मनाये जाने वाला एक प्रमुख व्रत है। उन्होंने बताया कि भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हरतालिका तीज मनाई जाती है।
भगवान शिव और माता पार्वती के पूजन का विशेष महत्व है
हरतालिका तीज व्रत निराहार और निर्जला किया जाता है। मान्यता है कि, इस व्रत को सबसे पहले माता पार्वती ने भगवान शंकर को पति के रूप में पाने के लिए किया था। हरतालिका तीज व्रत करने से महिलाओं को सौभाग्य की प्राप्ति होती है। हरतालिका पूजन के लिए भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की बालू रेत व मिट्टी की प्रतिमा हाथों से बना कर पूजा करती हैं।
कभी संख्या में बरती महिला मौजूद रही ।
Report By Ajeet Gupta