नालंदा विश्वविद्यालय में होने वाली इस फिलाटेली प्रदर्शनी का आयोजन न केवल डाक टिकट संग्रहण की कला को उजागर करेगा बल्कि यह भारतीय सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर की झलक भी प्रस्तुत करेगा। इस दो दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन 18 और 19 सितंबर को किया जाएगा, जिसमें नालंदा डाक प्रमंडल द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में फिलाटेली के अद्वितीय नमूने प्रदर्शित किए जाएंगे।
इस आयोजन का एक विशेष आकर्षण नालंदा विश्वविद्यालय के विशेष कवर का विमोचन होगा, जो इस ऐतिहासिक स्थल के गौरवशाली इतिहास और वर्तमान महत्व को दर्शाएगा। यह कवर संग्रहकर्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण धरोहर बन जाएगा।
प्रदर्शनी में कई गणमान्य व्यक्तियों के शामिल होने की संभावना है, जिनमें सांसद कौशलेन्द्र कुमार, राजगीर विधायक कौशल किशोर, बिहार सर्किल के सीपीएमजी अनिल कुमार, भागलपुर पीएमजी मनोज कुमार, जिलाधिकारी शशांक शुभंकर, और पुलिस अधीक्षक भारत सोनी शामिल हैं। इस आयोजन के माध्यम से, नालंदा विश्वविद्यालय एक बार फिर ज्ञान और संस्कृति के केंद्र के रूप में अपनी पहचान को मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
यह प्रदर्शनी न केवल फिलैटली के शौकीनों के लिए, बल्कि इतिहास और संस्कृति के प्रेमियों के लिए भी एक अनूठा अवसर है, जिसमें वे डाक टिकटों के माध्यम से भारत की विविधता और समृद्धि को देख और समझ सकेंगे। नालंदा विश्वविद्यालय, जो एक समय विश्व का सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय था, अब आधुनिक शिक्षा और परंपरा के बीच एक सेतु के रूप में उभर रहा है।